@शब्द दूत ब्यूरो (26 जुलाई 2025)
नई दिल्ली। 1999 के कारगिल युद्ध में भारत ने पाकिस्तान की घुसपैठ को मुंहतोड़ जवाब देते हुए अद्वितीय पराक्रम का परिचय दिया था। इस युद्ध में कुल 527 भारतीय जवान शहीद हुए, जिनमें सबसे ज्यादा 75 जवान उत्तराखंड राज्य से थे।
उत्तराखंड की गढ़वाल राइफल्स और कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों ने युद्ध में असाधारण साहस और बलिदान का परिचय दिया। गढ़वाल राइफल्स के 47 और कुमाऊं रेजीमेंट के 16 जवान शहीद हुए। इन वीर जवानों की शहादत ने उत्तराखंड को ‘वीरों की भूमि’ की उपाधि दिलाई।
वहीं हिमाचल प्रदेश के भी 52 सैनिकों ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
कारगिल युद्ध न केवल सैन्य विजय का प्रतीक बना, बल्कि यह लड़ाई देशभक्ति, वीरता और बलिदान की ऐसी मिसाल बनी जो आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करती रहेगी।
Shabddoot – शब्द दूत Online News Portal