@शब्द दूत ब्यूरो (22 जून 2025)
नई दिल्ली। मिडिल ईस्ट में अमेरिकी हमले के बाद तेजी से बिगड़ते हालात पर भारत सरकार ने कूटनीतिक सक्रियता दिखाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से टेलीफोन पर बातचीत की और क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की।
पीएम मोदी ने बातचीत के दौरान मौजूदा हालात पर गंभीर चिंता जताई और स्पष्ट किया कि भारत सदैव संवाद और कूटनीति के माध्यम से संकट सुलझाने का पक्षधर रहा है। उन्होंने सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और किसी भी प्रकार की उकसाने वाली कार्रवाई से बचने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने इस वार्ता की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भी साझा की। उन्होंने लिखा, “ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से बात की। क्षेत्रीय स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की और तनाव कम करने की आवश्यकता पर बल दिया। भारत संवाद और कूटनीति के जरिए शांति का समर्थक है।”
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने यह भी दोहराया कि भारत पश्चिम एशिया में स्थायित्व और सहयोग की भावना के साथ काम करता रहा है और आगे भी सभी पक्षों के साथ मिलकर समाधान खोजने के लिए तैयार है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में अमेरिका द्वारा ईरान के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई से पूरे खाड़ी क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। भारत, जिसकी ऊर्जा निर्भरता का एक बड़ा हिस्सा इस क्षेत्र से जुड़ा है, इस स्थिति पर गहरी नजर बनाए हुए है।
भारत का यह रुख न केवल उसकी परंपरागत गुटनिरपेक्ष विदेश नीति का प्रतीक है, बल्कि वैश्विक मंच पर उसकी एक संतुलित और शांतिपूर्ण शक्ति के रूप में पहचान को भी मजबूत करता है।
Shabddoot – शब्द दूत Online News Portal