@शब्द दूत ब्यूरो (17 दिसंबर 2024)
काशीपुर । कौन बनेगा मेयर? लेकिन उससे पहले कौन होगा उम्मीदवार? इस सवाल का जवाब जरूरी है।
निकाय चुनाव की आरक्षण सूची जारी होने के बाद काशीपुर में मेयर को लेकर हर चौराहे हर दुकान हर घर और राजनीतिक गलियारों में जिसे देखो वह इस चर्चा में लगा हुआ है। बात करते हैं कांग्रेस की। पिछले लंबे समय से चुनावों में कांग्रेस जिस तरह से प्रदर्शन करती आ रही है वो निराशाजनक है। दरअसल प्रत्याशी चयन सही न होना भी इसका कारण माना जा सकता है।
कांग्रेस से मेयर पद पर कई दावेदार सामने आ रहे हैं। दावेदारी करना हर पार्टी नेता का अपना अधिकार है। तय हाईकमान को ही करना होता है। कांग्रेस में सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि पार्टी से ज्यादा यहाँ व्यक्तित्व हावी हो जाता है। बिना वजूद के दावेदारों की फौज से जनता भ्रमित होती है। और जिसको अवसर नहीं मिलता वह भीतरखाने पार्टी के लिए नुकसानदायक हो जाता है। हां अगर व्यक्तिविशेष की जगह पार्टी को जिताने की भावना रखकर कार्यकर्ता और नेता काम करें चुनावों में तो जीत की संभावनायें बढ़ जाती है। भारतीय जनता पार्टी की जीत का यही मूल मंत्र है।
कांग्रेस को भाजपा से यह सीखने की जरूरत है। विधानसभा चुनाव में पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा के पुत्र को टिकट मिलने पर स्थानीय दिग्गज भाजपा नेताओं में जिस तरह का विरोध देखने में आया था उससे भाजपा की जीत के प्रति आशंका उठने लगी थी लेकिन अंततः पार्टी हित को सर्वोपरि रखकर जीत की कहानी लिखी गई।
इस बार फिर कांग्रेस से दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। जो कि स्वाभाविक है। अगर बात की जाये सर्वाधिक चर्चित कांग्रेस नेता की तो इस बार पूर्व महानगर अध्यक्ष रहे युवा नेता संदीप सहगल फिलहाल आगे चल रहे हैं। संदीप सहगल ने कांग्रेस को अपने कार्यकाल में जिस तरह से बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए काम किया उसे देखते हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें प्रबल प्रत्याशी माना जा रहा था लेकिन हुआ कुछ और ही जिसका नतीजा पार्टी की हार के रूप में सामने आया।
संदीप सहगल को क्या इस बार कांग्रेस मेयर पद का प्रत्याशी बनाने जा रही है? यह तो भविष्य के गर्भ में है। लेकिन पिछली हारों से सबक लेते हुए इस बार शायद कांग्रेस गलती करने के मूड में नहीं है। शब्द दूत को सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसे अगर सही माना जाये तो इस बार संदीप सहगल कांग्रेस की ओर से प्रबल दावेदार हैं और इस बात की भी संभावनाएं प्रबल होती दिख रही है।
संदीप सहगल ने अभी से मेयर पद को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है और पार्टी के स्थानीय वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर अपनी पुख्ता दावेदारी भी जतानी शुरू कर दी है।