@शब्द दूत ब्यूरो (29 अगस्त 2024)
काशीपुर । शहर में कुछ निजी अस्पताल बगैर डाक्टर के चल रहे हैं। इन अस्पतालों के बाहर बडे-बडे चिकित्सकों के नाम पर डिग्री सहित लिखे गए हैं लेकिन वास्तविकता में बोर्ड पर दर्शाये गये चिकित्सक इन अस्पतालों में मिलते ही नहीं। दरअसल मरीजों को अपनी ओर खींचने के लिए इन डाक्टरों के नाम और उनकी डिग्री का इस्तेमाल किया जाता है।
सूत्रों के मुताबिक काशीपुर में अनेक अस्पताल ऐसे चल रहे हैं। यहाँ मुरादाबाद रोड पर कम से कम ऐसे दो अस्पतालों के अलावा कई ऐसे निजी अस्पताल के नाम चर्चा में आये हैं। बताया जाता है कि दोनों अस्पताल आसपास ही और मुख्य सड़क के एक ही ओर स्थित हैं। इन अस्पतालों में कभी भी किसी मरीज के साथ अनहोनी की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
स्वास्थ्य विभाग भी तभी सक्रिय होगा जब कोई अप्रिय घटना होगी। इससे पूर्व भी इस तरह के दुर्भाग्यपूर्ण हादसे हो चुके हैं। यदि स्वास्थ्य विभाग गहनता से जांच करे तो आम नागरिकों से हो रहे इस खिलवाड़ को रोका जा सकता है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर ऐसे संदिग्ध अस्पतालों में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जाये तो यह गोरखधंधा सामने आ जायेगा।