@शब्द दूत ब्यूरो ( 15 जून 2024)
केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को ‘मदर ऑफ इंडिया’ और कांग्रेस नेता व केरल के मुख्यमंत्री रहे दिवंगत के. करुणाकरण को ‘साहसी प्रशासक’ बताया है।
भाजपा नेता ने करुणाकरण और मार्क्सवादी दिग्गज ईके नायनार को अपना ‘राजनीतिक गुरु’ बताया। गोपी पुन्कुन्नाम स्थित करुणाकरण के स्मारक ‘मुरली मंदिरम’ का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने यह भी स्पष्टीकरण दिया कि के. करुणाकरण को केरल में कांग्रेस का जनक बताकर वह इस दक्षिणी राज्य में पार्टी के संस्थापकों या सह-संस्थापकों का अनादर नहीं कर रहे। सुरेश गोपी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता की प्रशासनिक क्षमताओं की भी सराहना की और उन्हें अपनी पीढ़ी का ‘साहसी प्रशासक’ करार दिया।
इस दौरान सासंद सुरेश गोपी शहर के प्रसिद्ध लूर्डे माता चर्च भी गए और प्रार्थना की। गोपी और उनके परिवार ने अपनी बेटी की शादी के दौरान सेंट मैरी की मूर्ति के लिए स्वर्ण मुकुट भेंट किया था। गोपी के राजनीतिक विरोधियों ने उन पर निशाना साधने के लिए इसका इस्तेमाल किया। और आरोप लगाया कि यह मुकुट सोने से नहीं बल्कि तांबे से बना था। हालांकि उन्होंने मीडियाकर्मियों से आग्रह किया कि वे करुणाकरण के स्मारक की उनकी यात्रा को राजनीति से न जोड़ें। भाजपा नेता ने कहा कि वह यहां अपने ‘गुरु’ के प्रति सम्मान व्यक्त करने आए हैं।