@शब्द दूत ब्यूरो (12 जून 2024)
कुवैत। यहां मंगाफ शहर की एक इमारत में आग लगने से 40 भारतीयों के मरने की खबर है। मृतकों में 5 केरल के रहने वाले थे। इस दर्दनाक हादसे में 30 भारतीयों समेत 50 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। हालांकि, अब तक 40 भारतीयों की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 30 भारतीयों के जख्मी होने की जानकारी दी और बताया कि भारतीय राजदूत को घटनास्थल पर भेजा है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कुवैत के समयानुसार ये हादसा सुबह करीब 6 बजे हुआ। तड़के इमारत के ग्राउंड फ्लोर की किचन में लगी आग तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। कई लोग इमारत के अंदर ही फंसे रह गए। आग लगने की वजह का अब तक पता नहीं चला है।
बिल्डिंग में 160 से ज्यादा लोग रह रहे थे। वहां के गृह मंत्री शेख फहद अल-युसूफ ने यह भी बताया कि इमारत में कई लोग अवैध रूप से रह रहे थे। इसलिए अभी मरने वालों के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं है।
उधर कुवैत में हुए हादसे पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान भी सामने आया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा, “कुवैत में हुए हादसे से स्तब्ध हूं। वहां करीब 40 लोगों की मौत हुई है। हम डीटेल्स सामने आने का इंतजार कर रहे हैं। जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।” भारतीय राजदूत आदर्श स्वाइका ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों से मुलाकात की है।कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-युसूफ अल-सबह ने बिल्डिंग के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से रियल स्टेट मालिक के लालच की वजह से ऐसी घटनाएं होती हैं। ज्यादा किराए के लालच में बिल्डिंग ओनर्स एक ही कमरे में कई लोगों को ठहराते हैं। इस दौरान इमारत की सुरक्षा व्यवस्था को ताक पर रख दी जाती हैं।बिल्डिंग में रहने वाले भारतीय केरल और तमिलनाडु के थे। यह बिल्डिंग एन बी टी सी ग्रुप की थी, जो कंस्ट्रक्शन सेक्टर की कंपनी है। इमारत के मालिक मलयाली व्यापारी केजी अब्राहम की है।
केजी अब्राहम केरल के तिरुवल्ला के व्यवसायी हैं। केजी अब्राहम, जिन्हें केजीए के नाम से भी जाना जाता है, केजीए समूह के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। यह कंपनी 1977 से कुवैत की ऑयल एंड इंडस्ट्रीज का हिस्सा है।