देश की राजनीति को रसातल में ले जाने का जो महायज्ञ देश में 2014 में प्रारम्भ हुआ था ,लगता है अब उसमें पूर्ण आहुति दी जा रही है। सांबरकांठा में दुनिया ने देश के सबसे ताकतवर प्रधानमंत्री का अरण्यरोदन देखा। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सर से न कांग्रेस का भूत उतर रहा है और न कांग्रेस के शाहजादे का। वे कांग्रेस और राहुल गांधी के नाम से इतने आतंकित हैं की अब अपनी पार्टी के चुनाव घोषणापत्र और खुद अपनी गारंटियों का जिक्र करना भूल गए हैं।
माननीय प्रधानमंत्री अठारहवीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनावों को हर दिन एक नई दिशा में ले जाने की कोशिश करते नजर आते हैं। चुनावी मुद्दों पर ठीके रहने में वे पूरी तरह नाकाम रहे हैं। मुझे शुरू में लग रहा था की माननीय मोदी जी 2014 में जैसे ‘ अच्छे दिन आएंगे ‘ का नारा देकर चुनाव जीत गए थे उसी तरह 2024 में भी मोदी गारंटियों के सहारे आसानी से चुनाव जीत जायेंगे ,किन्तु अब लगता है कि मोदी जी के हाथ से कांग्रेस ने उनका अभिमंत्रित रक्षासूत्र छीन लिया है। रक्षा सूत्र कमजोर होने से बिलबिलाये माननीय मोदी जी अब मंगलसूत्र छीनने का भय देश की महिलाओं को दिखाकर अपना वोट बैंक साध रहे हैं।
मै माननीय मोदी जी की दृढ इच्छाशक्ति, दूर-दृष्टि और पक्के इरादों का कायल हूँ । हालांकि अतीत में ये तीनों तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी दवारा आपातकाल के समय गढ़े गए नारे थे। इंदिरागांधी पर देश को आपातकाल की अंधी सुरंग में धकेलने का आरोप था । देश की जनता ने उन्हें सत्ता से हटा भी दिया था ,लेकिन वे कभी भी विचलित नहीं दिखीं और ढाई साल बाद ही सत्ता में वापस लौट आयीं। बाद में उन्होंने देश के लिए शहादत भी दी। माननीय मोदी जी को अभी किसी ने सत्ता से बेदखल नहीं किय। वे दूसरा चुनाव भी प्रचंड मतों से जीते ,लेकिन तीसरी बार सत्ता में आने की हड़बड़ी ने उनके सर पर कांग्रेस और राहुल गांधी का भूत ऐसा सवार किया है की उतरने का नाम ही नहीं ले रहा।
मुझे अच्छा लगता है कि कम से कम कांग्रेस और राहुल गांधी ने पिछले दस साल में अपनी हैसियत ऐसे भूत की तो बना ही ली जो माननीय प्रधानमंत्री का चैन उड़ाए हुए है। माननीय कांग्रेस और राहुल गांधी के साथ ही इस देश के मुसलमानों को हुआ बनाकर बहुसंख्यक हिन्दू समाज के सामने खड़ा करने की कोशिश कर चुके हैं। बहु सनख्यक हिन्दू मुसलमानों को हौआ बताने से डरे या विचलित हुए ये अभी किसी को पता नहीं है ,लेकिन सत्तारूढ़ दल की घबड़ाहट बता रही है कि दाल में काला जरूर है। भाजपा एक और देश के बीस करोड़ मुसलमानों को आतंकी ,मानती है लेकिन दूसरी और मुसलमानों के लिए भाजपा सरकार द्वारा किये गए कार्यों को गिनाने लगती है।
माननीय प्रधानमंत्री बीतते रोज अपने गृह प्रदेश गुजरात में थे। लगता है की भाजपा इस बार गुजरात को क्लीन-स्वीप नहींकरने जा रही। उसे आप और कांग्रेस के लिए भी कुछ सीटने छोड़ना होंगी प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के सांबरकांठा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कहा था कि यदि जम्मू-कश्मीर में 370 हटेगी तो खून की नदियां बहेंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आज कश्मीर में शान से देश का तिरंगा लहरा रहा है। मोदी जी ने आरोप लगाया कि मुस्लिम महिलाएं कांग्रेस शासन की सबसे ज्यादा शिकार हुई हैं. तीन तलाक खत्म होने से पूरे परिवार को सुरक्षा मिली है.
माननीय मोदी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस ने तीन तलाक कानून का साहस नहीं दिखाया। मैं मुस्लिम बहनों को सुरक्षा देना चाहता था यानी तीन तलाक हटाना चाहता था। उन्होंने आगे कहा कि मोदी ने ऐसा किया तो कांग्रेस के युवराज जल उठे. कांग्रेस के शहजादा का कहना है कि अगर मोदी तीसरी बार आए तो आग लग जाएगी और इंडी गठबंधन मोदी को बदनाम करना चाहता है। मोदी जी ने बड़े ही आद्र स्वर में कहा कि मुझे संसद में गुजरात के अपने सभी दोस्तों की जरूरत है। देश चलाने के लिए साबरकांठा और मेहसाणा चाहिए। मुझे यकीन है कि आप सभी 7 तारीख को मतदान करके अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। मोदी जी कि ये अपील गिरते मतदान प्रतिशत को लेकर भी सत्तारूढ़ दल कि चिंता को दर्शाती है।
मोदी जी के हनुमान डीपफेक से कथित रूप से तैयार किये गए किसी वीडियो के वायरल होने से दुखी है। वे मोदी जी से ज्यादा भयभीत दिखाई दे रह है। मजे की बात ये है कि डीप फेक के आने से पहले भाजपा ही सबसे ज्यादा फेंकने के लिए नामदार थी। कांग्रेस मोदी जी को बदनाम कर रही है या नहीं इसका पता तो हालाँकि 4 जून को ही लगेगा किन्तु तब तक भाजपा और मोदी जी का तेल निकलता रहेग। कभी इलेक्टोरल बांड खून पियेगा तो कभी डीपफेक वीडियो। माननीय मोदी जी अपने ही तिलिस्म के टूटने से दुखी है। उनके तीसरे कार्यकाल के लिए ये शुभ संकेत नहीं हैं।
@ राकेश अचल
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