@शब्द दूत ब्यूरो (27 अप्रैल 2024)
अंबाला। हरियाणा में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर यहां अंबाला के व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है। आंदोलन के दौरान रेल यातायात ठप्प होने से स्थानीय व्यापार काफी नुकसान हो रहा है। ऐसा व्यापारी वर्ग का कहना है।
अपनी मांगो को लेकर पहले शंभू बॉर्डर और अब रेल पर धरना दे रहे किसानों की वजह से अंबाला के व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है। परेशान विभिन्न वर्ग के व्यापारी एसोसिएशन ने आज किसानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और चुनाव आयोग व चीफ जस्टिस को पत्र लिख समस्या के हल की मांग की है।
व्यापारियों ने ये ऐलान कर दिया है अगर जल्द समस्या का हल न निकला तो उन्हे दुकानें बंद रखनी पढ़ सकती है। अपनी कई मांगों को लेकर पिछले कई महीनों से किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए है, वही जेल में बंद किसानों की रिहाई की मांग को लेकर किसानों ने पंजाब की तरफ रेलवे ट्रैक पर भी पिछले10 दिनो से धरना शुरू कर दिया है। जिसका खामियाजा व्यापारियों को भुगतना पढ़ रहा है। रास्ते बंद होने से परेशान अंबाला के विभिन्न वर्ग के व्यापारियों ने आज किसानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
व्यापारियों की माने तो इन दिनो काम पूरी तरह से ठप हो गया है, चाहे वे शहर में स्तिथ एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट, मिक्सी उद्योग, इलेक्ट्रिक, स्वर्णकार, कॉस्मेटिक मार्केट हो सब सुना पड़ा है।आलम ये है की व्यापारी दुकान का खर्चा निकालने में भी असमर्थ है। उनकी इस समस्या के हल के लिए आज विभिन्न एसोसिएशन ने चीफ जस्टिस और चुनाव आयोग को पत्र लिख कर हल की मांग की है। व्यापारियों का कहना है की अंबाला में ज्यादातर ग्राहक पंजाब और हिमाचल से आते है रास्ते बंद होने की वजह से ग्राहक अंबाला आने की बजाए अपने आस पास से समान खरीद रहे है जिसकी वजह से उन्हें करोड़ो का नुकसान हो रहा है।
यहां तक कि व्यापारियों ने दुकानें बंद रखने की भी बात कह दी है। विशाल बत्रा, कपड़ा मार्केट एसोसिएशन प्रधान, नरेश , सर्राफा बाजार एसोसिएशन प्रधान, इलेक्ट्रिकल डीलर्स एसोसिएशन के मनोहर लाल सचदेवा , कालका चौंक एसोसिएशन प्रधान ने मीडिया से इस बारे में खुलकर अपनी समस्या सामने रखी।