@शब्द दूत ब्यूरो (18 अप्रैल 2024)
Smartphone के हमारे लाइफ में एंट्री के बाद से जीवन बहुत ही आसान हो गया है, कई काम हैं जो घर बैठे फोन से ही निपट जाते हैं. जहां एक ओर Mobile ने लाइफ को आसान बना दिया है तो वहीं दूसरी तरफ तेजी से बदल रही टेक्नोलॉजी की वजह से अब कई मुश्किलें भी खड़ी होने लगी हैं. स्कैम करने वाले टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लोगों को ठगने के नए-नए रास्ते खोज रहे हैं, इन्हीं में से एक है Voice Cloning Scam.
नई तकनीक जहां एक ओर जीवन को आसान बना रही है तो वही दूसरी तरफ टेक्नोलॉजी के कारण लोगों पर ठगी का खतरा भी तेजी से मंडराने लगा है. आइए जानते हैं कि क्या है वॉयस क्लोनिंग और किस तरह से ये स्कैम आप लोगों के लिए एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है?
हर रोज कोई न कोई व्यक्ति Voice Cloning Scam का शिकार हो रहा है. कुछ समय पहले एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा किया गया था, इस स्टडी से पता चला है कि 38 फीसदी भारतीय अपने करीबी लोगों की रियल और क्लोन वॉयस के बीच अंतर नहीं कर पाते हैं.
इस स्टडी के सामने आने से एक बात तो साफ है कि ये एक गंभीर चिंता का विषय है क्योंकि टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस हो गई है कि क्लोन वॉयस हू-ब-हू रियल आवाज की तरह लग रही है.
कैसे होती है Voice Cloning?
जब से एआई उर्फ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आया है तब से लोगों का कहना है कि बहुत से काम आसान हो गए हैं. जहां आपको एक ओर एआई के फायदे नजर आ रहे हैं तो वहीं एआई का दूसरा पहलू भी है जिसे देखने की जरूरत है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उर्फ एआई के जरिए स्कैमर्स पहले तो आपके करीबी लोगों की आवाज को कॉपी करते हैं. जब आवाज कॉपी हो जाती है तो फिर एआई की मदद से वॉयस का क्लोन जेनरेट किया जाता है.
इस आवाज का इस्तेमाल कर स्कैमर्स लोगों को डराने का काम करते हैं, डर एक ऐसा भाव है जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने चाहने वालों को बचाने के लिए बिना कुछ सोचे-समझे कोई भी कदम उठा बैठता है.
Voice Cloning से कैसे खेलते हैं चाल
आइए उदाहरण के जरिए आपको इस बात को समझाने की कोशिश करते हैं. मान लीजिए आपको एक कॉल आता है, कॉल उठाते ही दूसरी तरफ से आवाज आए कि ‘मम्मी-पापा मुझे बचा लो’, कोई भी ये सुनकर सहम जाएगा. पहले तो स्कैमर्स आप लोगों के चाहने वालों की आवाज सुनाते हैं और फिर आप लोगों से आपके बच्चे को सही सलामत छोड़ने की एवज में मोटी रकम की मांग करते हैं.
अपने चाहने वालों को बचाने के लिए बिना कुछ सोचे समझे जब आप स्कैमर्स के बताए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर देते हैं तो स्कैमर्स का खेल पूरा हो जाता है और वह अपनी चाल में कामयाब हो जाते हैं.
Voice Cloning Scam को ऐसे पहचानें
वॉयस क्लोनिंग स्कैम को पहचाना मुश्किल हो सकता है लेकिन नामुमकिन नहीं है. अगर आपको कॉल आए और आपसे कोई आपका करीबी या फिर चाहने वाला मदद मांगे तो अलर्ट हो जाएं. पैसे ट्रांसफर करने से पहले इस बात की जांच-पड़ताल जरूर करें कि सामने फोन पर वाकई आपको जानकार है भी या नहीं?
दूसरे फोन से उस व्यक्ति के नंबर पर कॉल करें जिसकी आवाज आपको कॉल पर सुनाई दी है. अगर वॉयस फेक हुई तो दूसरे नंबर से कॉल करने पर आपकी बात उसी व्यक्ति से हो जाएगी जिनकी आवाज आपने सुनी है.
इसके अलावा फोन पर जो आवाज सुनाई दे रही है उसे ध्यान से सुने. बेशक एआई कितना भी एडवांस क्यों न हो जाए लेकिन इंसानों की तरह हू-ब-हू आवाज को निकालना मुमकिन नहीं हैं. अगर आप आवाज को ध्यान से सुनेंगे तो हो सकता है कि आपको रियल और फेक वॉयस के बीच फर्क समझ आ जाए.
स्कैमर्स वॉयस क्लोनिंग के लिए चलते हैं ये चाल
- स्कैमर्स वॉयस क्लोनिंग के लिए अनजान नंबर से करते हैं आपको कॉल.
- कॉल पर बात करते वक्त आपकी आवाज को किया जाता है रिकॉर्ड.
- आवाज रिकॉर्ड कर फिर एआई की मदद से करते हैं आवाज की क्लोनिंग की जाती है और फिर इस आवाज को हथियार बनाकर आपके अपनों को लूटने का खेल रचा जाता है.