निर्माण कार्य में आपत्ति लगा रहे थे।
@शब्द दूत ब्यूरो (16 अप्रैल 2024)
देहरादून । सीबीआई ने सीपीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता को 1,00,000/- रु. की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
देहरादून के धर्मपुर निवासी ठेकेदार दीपक कुमार शर्मा ने 15 अप्रैल को सीबीआइ के पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में शिकायत दी थी।
दीपक कुमार ने बताया कि उनकी मैसर्स अनिल दत्त शर्मा नाम से फर्म है और उनकी फर्म सीपीडब्ल्यूडी में क्लास-एक में पंजीकृत है। फर्म में उनका पुत्र वरुण वत्स, भतीजा राहुल वत्स और बड़े भाई अनिल दत्त शर्मा भी साझीदार हैं।
वर्तमान में उनकी फर्म की ओर से सीमाद्वार में आइटीबीपी के लिए आवासीय कालोनी का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसका ठेका सीपीडब्लूडी से मिला हुआ है। निर्माण कार्य की निगरानी सीपीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता संदीप कुमार कर रहे हैं।शिकायत में आरोप था कि संदीप कुमार जानबूझकर बार-बार निर्माण कार्यों में आपत्ति लगा रहे हैं, जिससे उन्हें वित्तीय नुकसान हो रहा है। जब इस संबंध में संदीप कुमार से बात की गई तो उन्होंने साढ़े पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी। आरोपित ने रिश्वत की मांग फोन काल पर की, जिसकी रिकार्डिंग शिकायतकर्ता ने कर ली।
सीबीआई ने एक शिकायत के आधार पर संदीप कुमार सहायक अभियंता, सीपीडब्ल्यूडी, देहरादून के विरुद्ध मामला दर्ज किया जिसमे आरोपी पर शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगने का आरोप था। शिकायतकर्ता को सीमाद्वार, देहरादून में आवासीय कॉलोनी के निर्माण कार्य को निर्बाध रूप से जारी रखने की अनुमति देने के लिए आरोपी ने उससे 5.50 लाख रु. की रिश्वत मांगने का आरोप है।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं आरोपी को आंशिक भुगतान के रूप में शिकायतकर्ता से 1,00,000/- रु. लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। सीबीआई ने आरोपी के परिसर की तलाशी ली एवं आरोपी के आवासीय परिसर से 20,49,500/- रु. (लगभग) की नकद राशि बरामद की। कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज़ भी बरामद किये गये।आरोपी को न्यायालय के समक्ष कल पेश किया जाएगा।