@शब्द दूत ब्यूरो (12 अप्रैल 2024)
मनाली : ऊझी घाटी के आराध्य देव जमदग्नि ऋषि 43 वर्षों के बाद शाही स्नान के लिए मणिकर्ण रवाना हुए। बुरुआ गांव के आराध्य देव जैसे ही मालरोड मनाली में अपने कारकूनों व देवलुओं के साथ पहुंचे तो माहौल देवमय हो गया, यहां बड़ी संख्या में लोगों ने माथा टेककर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद लिया। 43 वर्षों बाद देवता जमदग्नि ऋषि 15 अप्रैल को मणिकर्ण में शाही स्नान करेंगे तथा 7 दिन की यात्रा के बाद देवालय में वापस लौटेंगे। देवता कुछ देर के लिए दुर्गा माता मंदिर में रुके। इस दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई।
बुरुआ गांव के आराध्य देव जमदग्नि ऋषि के पुजारी राहुल, कारदार गोकुल चंद, गुर सागर व दुशाल ने बताया कि शुक्रवार को देवता अपने कारकूनों सहित बंदरोल में रुके, 13 अप्रैल को सूमारोपा पहुंचेंगे तथा 14 अप्रैल को मणिकर्ण पहुंचेंगे व 15 अप्रैल को शाही स्नान करने के बाद वापसी में रात को सूमारोपा रुकेंगे। वहीं 16 अप्रैल को देवता शाट, 17 अप्रैल को बंदरोल व 18 अप्रैल को अपने देवालय बुरुआ पहुंचेंगे।