@शब्द दूत ब्यूरो (24 मार्च 2024)
चुनाव में सीट बंटवारा राजनीतिक दलों के सबसे बड़ी परेशानी होती है. एक सीट पर अक्सर कई लोग दावेदारी करते हैं. जिसको लेकर पार्टी पशोपेश में पड़ जाती है. वहीं गठबंधन में भी दरार पैदा हो जाती है. एक को टिकट दिया तो दूसरा रूठ जाता है. बिहार में सियासत में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल सकता है. दरअसल हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव ने साफ कर दिया है कि वो आगामी लोकसभा चुनाव में सिर्फ और सिर्फ पूर्णिया से ही चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा किसी दूसरी जगह से चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे.
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि वो दो सालों से कोसी सीमांचल में काम कर रहे हैं और पिछले सालों से बिहार के लिए काम कर रहे हैं. इस दौरान वो लाखों लोगों से मिले हैं. पप्पू यादव ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव चाहते कि मैं आरजेडी में शामिल हो जाऊं और मधेपुरा से चुनाव लड़ूं. लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया. कांग्रेस नेता ने कहा कि मैंने लालू यादव से साफ कह दिया कि मैं पूर्णिया नहीं छोड़ सकता.
‘दुनिया छोड़ देंगे लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे’
पप्पू यादव ने आगे कहा कि उन्होंने ट्विट कर साफ कर दिया था कि दुनिया छोड़ देंगे लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें चुनाव लड़ना होगा तो सिर्फ पूर्णिया से ही लड़ेगे. उन्होंने कहा कि उनके लिए पद अहम नहीं बल्कि विचार धारा और पार्टी का विश्वास माएने रखता है. उन्होंने कहा कि प्रियंका गाधी और राहुल गांधी ने उन पर विश्वास दिखाया है. ऐसे में पार्टी उन्हें जो भी जिमेमदारी सौंपेगी वो उसे निभाएंगे.
बीमा भारती ने जताई पूर्णिया से चुनाव लड़ने की मंशा
अब आपको बताते हैं कि पूर्णिया को लेकर आखिर इंडिया गठबंधन की दो पार्टियों आरजेडी और कांग्रेस के बीच कैसे पेंच फंस सकता है. दरअसल बीते दिन ही नीतीश कुमार की जेडीयू से नाता तोड़कर विधायक बीमा भारती ने आरजेजी का दामन थामा है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मौजूदगी लमें उन्होंने आरजेडी की सदस्यता ली. जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि आरजेडी बीमा भारती को पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है. दरसअल मीडिया से बात करते हुए बीमा भारती ने कहा था कि अगर पार्टी उन्हें मौका देगी तो वो पूर्णिया से चुनाव लड़ना चाहती हैं.
कांग्रेस और आरजेडी में बढ़ सकती है तकरार
वहीं पूर्णिया सीट पर कांग्रेस भी अपना दावा ठोक रही है. हल ही में जनाधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय करने वाले पप्पू यादव पूर्णिया के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. वहीं अब आरजेडी से बीमा भारती की भी दावेदारी की बात सामने आ रही है. जाहिर है ऐसे में दोनों नेताओं को साधना दोनों ही पार्टियों के लिए मुश्किल होगा. इस मुद्दे को लेकर आरडी और कांग्रेस के बीच में भी तकरार बढ़ सकती है.