@शब्द दूत ब्यूरो (31 अगस्त 2023)
नयी दिल्ली। क्या देश में लोकसभा चुनाव समय से पहले और जल्द होने जा रहे हैं? ये सवाल आज आनन फानन में सरकार द्वारा बुलाये गये संसद सत्र को लेकर उठने लगा है। वैसे भी विपक्ष इस आशंका को पहले ही व्यक्त कर चुका है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने मास्टर स्ट्रोक के लिए जाने जाते हैं। ये भी मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक हो सकता है।
केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने आज ट्विटर पर पोस्ट कर बताया कि केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र बुलाया है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि संसद के इस विशेष सत्र (17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा के 261वां सत्र) में पांच बैठकें होंगी।
केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद के राजनीतिक समीक्षकों ने भी जनवरी फरवरी में लोकसभा चुनाव होने की संभावनाएं जाहिर की है। उधर हाल ही में केंद्र सरकार ने घरेलू गैस सिलेंडर के जो दाम कम किए हैं उसे भी इस संभावना से जोड़ा जा रहा है। आपको बता दें कि देश के कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव भी सन्निकट हैं। तो क्या लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की भी केंद्र की मंशा है?
उधर विपक्षी गठबंधन इंडिया से सत्ता में कुछ बेचैनी जरूर है। हालांकि अभी विपक्षी गठबंधन अस्तित्व में तो जरूर आ गया है लेकिन इसके नेताओं में मतैक्य अभी नहीं बन पाया है। सबसे बड़ी बात यह है कि विपक्षी गठबंधन का कोई एक सर्वमान्य चेहरा सामने नहीं आ पाया है। जिसके नेतृत्व में यह गठबंधन चुनाव में उतरेगा। दरअसल एनडीए की ओर से बार बार विपक्षी गठबंधन के चेहरे को लेकर तंज कसे जाते रहे हैं।
सत्तारूढ़ दल इस विपक्षी गठबंधन को ज्यादा समय नहीं देना चाहता। ज्यादा समय देने से विपक्षी गठबंधन को रणनीति बनाने का अवसर मिलेगा और यह एनडीए को नुकसानदायक साबित हो सकता है।