@शब्द दूत ब्यूरो (02 नवंबर 2022)
मोरबी । पुल हादसे का जिम्मेदार कौन है? ये सवाल आज भी मुंह उठाये खड़ा है। ओरेवा कंपनी के एमडी तो बहुत भले आदमी हैं। कोर्ट में बयान दिया गया है कि इस बार भगवान की कृपा नहीं रही होगी, इसलिए यह हादसा हो गया। मतलब डेढ़ सौ लोगों की मौत का दोषारोपण भगवान पर मढ़ दिया गया है।
कंपनी के मीडिया मैनेजर दीपक पारेख का कोर्ट में दिया गया यह बयान आश्चर्यजनक है उन्होंने अपने बयान में कहा है कि इस बार भगवान की कृपा नहीं रही होगी, इसलिए यह हादसा हो गया। यही नहीं दीपक पारेख ने कंपनी के एमडी जयसुख पटेल को अच्छा आदमी बताया है। जयसुख पटेल बहुत भले आदमी हैं। उन्होंने कहा है कि हमारे एमडी जयसुख पटेल अच्छे इंसान हैं। 2007 में भी हमने मरम्मत का काम किया था, लेकिन इस बार भगवान की कृपा नहीं रही होगी।
ओरवा कंपनी की ओर से जनवरी, 2020 में मोरबी जिला कलेक्टर को एक चिट्ठी लिखी गई थी, इससे पता चलता है कि पुल के ठेके को लेकर कंपनी और जिला प्रशासन के बीच एक लड़ाई चल रही थी। ओरेवा ग्रुप पुल के रखरखाव के लिए एक स्थायी अनुबंध चाहता था। समूह ने कहा था कि जब तक उन्हें स्थायी ठेका नहीं दिया जाता तब तक वे पुल पर अस्थायी मरम्मत का काम ही करते रहेंगे। इसमें यह भी कहा गया है कि ओरेवा फर्म पुल की मरम्मत के लिए सामग्री का ऑर्डर नहीं देगी और वे अपनी मांग पूरी होने के बाद ही पूरा काम करेंगे।