@शब्द दूत ब्यूरो (29 सितंबर 2022)
देहरादून । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों से मुलाकात कर देहरादून लौटे तो यहाँ उनके लिये हरिद्वार जिला पंचायत के चुनाव में भाजपा को मिली जीत का तोहफा उनकी प्रतीक्षा कर रहा था।
पिछले कुछ दिनों से राज्य में सरकार को कई चुनौतियों से जूझना पड़ा था। ऐसे में जब सीएम धामी को दिल्ली बुलाया गया तो समझा जा रहा था कि राज्य की घटनाओं के मद्देनजर उन्हें दिल्ली जाना पड़ रहा है। यहाँ तक कि विपक्षी दलों के साथ साथ भाजपाई हल्कों में भी चर्चा जोर पकड़ रही थी। दरअसल आमतौर पर उत्तराखंड में किसी मुख्यमंत्री को दिल्ली बुलाये जाने की खबरें चर्चा का विषय बन जाने की परंपरा है। लेकिन यहाँ ठीक उसका उल्टा है।
पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने के बाद जिस तरह से केन्द्रीय नेतृत्व उनकी कार्यशैली से खुश है। उसे देखते हुए ये चर्चायें बेमानी हैं। इधर हरिद्वार जिला पंचायत चुनावों में भाजपा को मिली बढ़िया जीत ने एक बार फिर पुष्कर सिंह धामी के नंबर बढ़ा दिये हैं।
हरिद्वार की इस अभूतपूर्व जीत ने धामी विरोधियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया है। राज्य की स्थापना से लेकर अब तक जितनी सीटें यहाँ भाजपा को मिली है वह एक रिकार्ड बन गया है। सत्ता के बीच से ही पुष्कर सिंह धामी को मिल रही चुनौतियों को भी इस जीत ने धराशायी कर दिया है। राज्य के हाल के घटनाक्रमों पर पुष्कर सिंह धामी ने जिस तरह से सख्त फैसले लिये थे उससे केन्द्रीय नेतृत्व की शाबासी उन्हें मिली है। सीएम धामी को हरिद्वार की जीत का श्रेय जा रहा है।