@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (31 अगस्त, 2022)
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तरफ से यात्रा पर्ची की बजाय आरआईएफडी से लैस यात्रा कार्ड शुरू की गई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तरफ से यात्रा पर्ची की बजाय आरआईएफडी से लैस यात्रा कार्ड शुरू की गई है। इससे पहले तीर्थयात्रियों के लिए एक यात्रा पर्ची प्रणाली चल रही थी, जो ऑनलाइन और ऑनलाइन उपलब्ध थी। लेकिन अब आरआईएफडी सिस्टम शुरू कर दिया गया है। इस परियोजना के तहत 40 नई लोकेशन पर सीसीटीवी कैमरा और 7 सत्यापन काउंटर लगाए गए हैं।
कटरा से भवन तक की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को जारी की जाने वाली यात्रा पर्ची की व्यवस्था अब बंद हो गई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तरफ से यात्रा पर्ची की बजाय आरआईएफडी से लैस यात्रा कार्ड शुरू की गई है। अभी 29 स्थानों पर ये आरआईएफडी कार्ड दिए जा रहे हैं और इनकी रीडिंग के लिए कई जगहों पर एंटीना और रीडर्स लगाए गए हैं।
दरअसल, इससे पहले तीर्थयात्रियों के लिए एक यात्रा पर्ची प्रणाली चल रही थी, जो ऑनलाइन और ऑनलाइन उपलब्ध थी। लेकिन अब आरआईएफडी सिस्टम शुरू कर दिया गया है। इस परियोजना के तहत 40 नई लोकेशन पर सीसीटीवी कैमरा और 7 सत्यापन काउंटर लगाए गए हैं।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने कहा कि आरआईएफडी प्रणाली के साथ हम वास्तविक समय में तीर्थयात्रियों की यात्रा की निगरानी कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि माननीय सर्वोच्च ने एक आदेश द्वारा पीक दिनों के लिए 50,000 तीर्थयात्रियों की अधिकतम सीमा रखी गई है और इस प्रणाली द्वारा हम उस पर नजर रख सकते हैं। इससे हमें यात्रा को विनियमित करने में मदद मिलेगी, दूसरा यह क्षेत्र भूकंप और भूस्खलन जोन में है तो यह तकनीक हमारी आपदा प्रबंधन टीम की भी मदद करेगी और कई खोया और पाया जैसी समस्याओं को हम इस तकनीक के जरिेये तीर्थयात्रियों को भी ट्रैक कर सकते हैं।
सीईओ ने कहा कि हम तीर्थयात्रियों की हर चीज पर निगरानी रख सकते हैं जैसे किस ट्रैक पर और हेलीकॉप्टर सेवाओं द्वारा भी तीर्थयात्रा का प्रबंधन किया जा रहा है। तीर्थयात्री भी नई प्रणाली से बहुत खुश हैं और उनका कहना है कि यह सुगम यात्रा में मदद करेगा और बहुत अच्छी पहल है।