@शब्द दूत ब्यूरो (26 अगस्त 2022)
नई दिल्ली। लंबे समय तक कांग्रेस के मजबूत स्तम्भ रहे गुलाम नवी आजाद ने आज कांग्रेस को अलविदा कह दिया। उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ सभी पदों से इस्तीफा देते हुए सोनिया गांधी को पांच पन्ने का अपना इस्तीफा भेजा है।
बता दें कि गुलाम नबी आजाद लंबे वक्त से कांग्रेस से नाराज थे। वह कांग्रेस के नाराज नेताओं के जी-23 गुट में भी शामिल थे। जी-23 गुट कांग्रेस में लगातार कई बदलाव की मांग करता रहा है।
पिछले दिनों उन्होंने अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के कुछ घंटों बाद ही पद से इस्तीफा दे दिया था। सोनिया गांधी चाहती थीं कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर में आजाद के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेह इसलिए उन्हें चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन गुलाम नबी ने पद मिलने के कुछ घंटों बाद ही इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से उन्हें लेकर राजनीतिक गलियारों में तमाम कयास लगाए जा रहे थे।
कई मुद्दों को लेकर गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस के मतभेद आते रहे हैं. फिर चाहे वो अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर बात रही हो या फिर कुछ मुद्दों पर पार्टी के स्टैंड पर. गुलाम नबी आजाद तो उस जी 23 का भी हिस्सा हैं जो पार्टी में कई बडे़ परिवर्तन की पैरवी करता है.