@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (22 अप्रैल, 2022)
धूप-मिट्टी और भीड़-भाड़ वाली सड़कों के बीच शहर में पुरानी कारें खराब हो जाती हैं। पुरानी कारों पर कोई ज्यादा ध्यान नहीं देता है, जिस कारण ऐसे कारें अक्सर धूल पड़ने या गैरेज में पड़े-पड़े खराब ही हो जाती हैं। क्लासिक मॉडल असामान्य नहीं होते हैं, इसलिए एक व्यक्ति ने मिस्र के फोर-व्हीलर इतिहास को संरक्षित करने का प्रयास करने का निर्णय लिया, जिनका नाम मोहम्मद वहदान है। कार कलेक्टर मोहम्मद वहदान के पास 250 से अधिक विंटेज, एंटीक और क्लासिक कारें हैं। उनमें से ज्यादातर कारें मिस्र की ही हैं।
ऐसे पुरानी कारों के कलेक्शन की वजह से आज वहदान सुर्खियों में आ गए हैं। इन पुरानी कारों का कलेक्शन उन्हें दुनिया के टॉप क्लासिक कार कलेक्टरों में शुमार करता है। विशेषज्ञ आमतौर पर वाहनों को उनके उत्पादन के वर्ष के आधार पर विंटेज, एंटीक या क्लासिक के रूप में वर्गीकृत करते हैं, लेकिन वहदान के पास ऐसी कारों का कलेक्शन है, जिन्हें क्लासिफाइड करना मुश्किल है।
52 वर्षीय वहदान पर्यटकों को मिस्र के प्रसिद्ध स्थलों पर ले जाने के लिए एक ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं। कार कलेक्टर मोहम्मद वहदान को बचपन से ही पुरानी कारों को कलेक्ट करने का शौक था। विंटेज, एंटीक और क्लासिक कारों को रखने के लिए उन्होंने कई अलग-अलग गैरेज बनवाएं हैं और उन कारों के मेंटेनेंस के लिए एक पूरी मैकेनिकल टीम है।
वहदान के कलेक्शन में सबसे पुरानी कार 1924 की मॉडल टी फोर्ड है, जो मिस्र के अंतिम सम्राट राजा फारूक की थी, जिसे उन्होंने काफी सुरक्षित रखा है। 1970 के दशक की मर्सिडीज उनकी सबसे प्रिय कारों में से एक है, जो उनकी पहली खरीद थी। अपनी अन्य कारों की तरह वह इसे अक्सर नहीं चलाते हैं। उनका कहना है कि वह अपने कलेक्शन की किसी भी कार को कभी नहीं बेचेंगे।
वहदान के कलेक्शन में पुराने डायल टेलीफोन, ग्रामोफोन, पुराने समाचार पत्र और डाक टिकट भी हैं, लेकिन इस समय उनके कार कलेक्शन की चर्चा पूरे विश्व में है। उनकी कार कलेक्शन में एक ऐसी कार भी शामिल है, जिसे 1930 के दशक में एक टीवी सीरीज में दिखाया गया था। वहदान ने बताया कि उन्होंने देखा है कि मिस्रवासियों की रुचि पुरानी कारों के कलेक्शन में बढ़ी है, क्योंकि क्लासिक कार शो के दौरान पुरानी कारों को देखने वालों की काफी भीड़ जुटती है।