@शब्द दूत ब्यूरो (09 अप्रैल, 2022)
बिहार से चोरी का ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने सरकार पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। रोहतास जिले के नासरीगंज क्षेत्र के अमियावर में आरा नहर पर साल 1972 के करीब एक पुल बनाया गया था। 60 फीट लंबा यह पुल काफी पुराना होने के चलते जर्जर हो चला था, लेकिन कुछ चोरों ने दिनदहाड़े करीब 500 टन वजनी पुल ही चोरी कर लिया। जिसके चलते अब विपक्ष लगातार बिहार सरकार पर हमलावर है।
रोहतास जिले के अमियावर से सामने आए इस अजीबोगरीब घटनाक्रम ने शासन-प्रशासन को चुनौती दी है। बताया जा रहा है कि चोरों ने खुद को सिंचाई विभाग का अधिकारी बताकर इस पूरे काम को अंजाम दिया है। चोर विभागीय अधिकारी बनकर बुलडोजर, गैस कटर और गाड़ियां लेकर पहुंचे थे। ऐसा नहीं है कि चोरों ने इस काम को एक ही दिन में अंजाम दिया, उन्होंने तीन दिनों तक इस पुल को टुकड़ों में काटा और फिर सारा सामान गाड़ियों में भरकर रफूचक्कर हो गए।
इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा हैरानी भरी बात यह सामने आई है कि, चोरों ने काम को अंजाम देने से पहले स्थानीय विभागीय कर्मियों को अपने झांसे में लिया। फिर उनकी मौजूदगी में पूरा पुल चुरा लिया। एक अधिकारी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया है कि चोर सिंचाई विभाग के अधिकारी बनकर पूरी तैयारी के साथ आए थे। कई दशक से जर्जर पड़े इस पुल का आसपास के लोग इस्तेमाल नहीं कर रहे थे। ऐसे में ग्रामीण इस पुल को हटाने के लिए आवेदन भी दे चुके थे।
जब करीब 60 फीट लंबा और 12 फीट ऊंचा पुल चोरी हो गया, तब ग्रामीणों और विभाग को समझ में आया कि उन्हें झांसा दिया गया है। इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने थाने में केस दर्ज कराया है। मामले में सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर अरशद कमाल शम्सी ने शिकायत दर्ज करा दी है। उन्होंने कहा कि चोरों ने लोगों को झांसा दिया था कि वे विभागीय आदेश पर पुल को काटने आए हैं।