@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (13 फरवरी, 2022)
आंध्र प्रदेश पुलिस ने 500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के दो लाख किलोग्राम गांजा को नष्ट कर दिया। आंध्र प्रदेश पुलिस ने कहा कि राज्य के तटीय जिलों में पिछले कुछ वर्षों में मादक पदार्थ जब्त किया गया था, जिसे एक ऐतिहासिक आयोजन में नष्ट कर दिया गया।
आंध्र प्रदेश पुलिस ने गांजा जलाने की ऐतिहासिक आयोजन का एक वीडियो भी ट्वीट किया है। वीडियो में दिख रहा है कि गांजे के एक ढेर को पुलिस के अधिकारी बड़ी भव्यता से आग लगा रहे हैं। बाकायदा गांजे के ढेर तक पहुंचने के लिए रेड कार्पेट बिछाई गई थी।
वीडियो में दिख रहा है कि एक खुले मैदान में गांजे के कई ढेर बनाए गए हैं। सभी पर लकड़ियां रखी गई हैं, ताकि उसे आग लगाई जा सके। पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में वहां मौजूद हैं, जो इस आयोजन को अमली जामा पहना रहे हैं। फिर उस ढेर को आग लगाई जाती है। वीडियो में इसी तरह के आधा दर्जन से ज्यादा ढेर दिखाई दे रहे हैं।
राज्य के पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग ने कहा कि प्रतिबंधित माओवादी गांजा की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं जो ओडिशा के 23 जिलों और विशाखापत्तनम जिले के 11 मंडलों में चल रही है।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ‘परिवर्तन’ के तहत 406 विशेष पुलिस टीमों ने 11 मंडलों के 313 गांवों में गांजे के बागानों को नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों के कई समूह आंध्र-ओडिशा सीमा पर गांजे की खेती और मादक पदार्थ के अवैध परिवहन में शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि गांजे की खेती करने के जुर्म में 1,500 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 577 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने गांजा तस्करी में शामिल 314 वाहनों को भी जब्त किया है।