डॉक्टर कल्याण मुंडे के मुताबिक ये बहुत चुनौतीपूर्ण था क्योंकि पहले कभी उन्होंने इतने छोटे शिशु पर इस तरह का ऑपरेशन नहीं किया था।
@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (29 दिसंबर, 2021)
मुंबई के जेजे अस्पताल के डॉक्टरों ने कमाल कर दिया है। मात्र दो महीने के शिशु के हृदय में बने छेद को बंद करने के लिए अनोखी सर्जरी की है। अमूमन ऐसे केस में ओपन हार्ट सर्जरी की जाती है लेकिन डॉक्टरों ने बीमार शिशु का वजन सिर्फ साढ़े तीन किलो देखकर ऐसी सर्जरी की है। ओपन सर्जरी के लिए कम से कम 10 किलो वजन जरूरी होता है, वरना जान का खतरा बना रहता है।
ये सर्जरी की है जेजे अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कल्याण मुंडे ने। डॉक्टर मुंडे ने बच्चे के पैर की बड़ी नस के जरिए कैथेटर डालकर हार्ट का छेद बंद कर दिया। भारत में ये अपने तरह का पहला ऑपेरशन बताया जा रहा है। डॉक्टर कल्याण मुंडे के मुताबिक ये बहुत चुनौतीपूर्ण था क्योंकि पहले कभी उन्होंने इतने छोटे शिशु पर इस तरह का ऑपरेशन नहीं किया था। डॉक्टर मुंडे के मुताबिक इस प्रक्रिया को वीएसडी डिवाइस क्लोजर नाम से जाना जाता है।
डॉक्टर के मुताबिक हार्ट के दो चैंबर के बीच छेद होने से खून शरीर की तरफ जाने के बजाय एक चैम्बर से दूसरे चैम्बर की तरफ जाता है। इसे वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट कहा जाता है। डॉक्टर मुंडे के मुताबिक ज्यादातर मामलों में बच्चे की उम्र और वजन बढ़ने का इंतजार किया जाता है लेकिन इस केस में बच्चे की तबीयत एकदम खराब हो रही थी। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वह ना तो दूध पी पा रहा था और न ही सो पा रहा था।