@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का मुफ्त टीकाकरण करने का निर्णय काफी समय पहले लिया जाना चाहिए था और विलंब के कारण कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है। सभी वयस्कों को मुफ्त टीका देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा पर ममता बनर्जी ने कहा कि राज्यों की अपील सुनने में उन्हें चार महीने लग गए।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘फरवरी 2021 और इसके बाद कई बार मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सभी को मुफ्त टीका देने का आग्रह किया था। उन्हें चार महीने लग गए और काफी दबाव में अंतत: उन्होंने हमारी बात सुनी और इतने समय से जो हम कह रहे थे, उसे लागू किया।”
उन्होंने कहा, ‘‘महामारी की शुरुआत से ही भारत के लोगों की सेहत को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी। दुर्भाग्य से प्रधानमंत्री द्वारा देर से लिए गए निर्णय के कारण कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। उम्मीद है कि इस बार टीकाकरण अभियान का प्रबंधन बेहतर तरीके से होगा, जिसमें लोगों पर ध्यान दिया जाएगा न कि प्रचार पर।”