चुनाव आयोग ने एक नई चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर विधानसभा चुनावों के दौरान चुनावी रैलियों में कोविड के खिलाफ नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो उम्मीदवारों और स्टार कैंपेनरों की आगे रैलियां करने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। आयोग की यह चेतावनी तब आई है, जब तीन दिन पहले ही तीन राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश- असम, तमिलनाडु, केरल और पुदुच्चेरी में वोटिंग संपन्न हो चुकी है। इन राज्यों में वोटिंग और चुनाव प्रचार के दौरान कोविड नियमों की धज्जियां उड़ती हुई दिखी थीं। हालांकि अब पश्चिम बंगाल में चार चरणों का मतदान बाकी है। यह भी गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने किसी नेता विशेष या दल का नाम नहीं लिया है। इसके बावजूद देश की जनता फोटो और वीडियो देख रही है कि वह कौन से नेता हैं जो खुलेआम कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन कर रहे हैं।
चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में कहा है, ‘आयोग के संज्ञान में ऐसी चुनावी बैठकों/प्रचार कार्यक्रमों की जानकारी आई है, जहां आयोग के सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसे नियमों का उल्लंघन होता दिखा। ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां स्टार कैंपेनर्स/राजनीतिक नेता/उम्मीदवारों ने खुद स्टेज पर मास्क नहीं लगाया है और कोविड के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। ऐसा करके वो खुद को और जनता को संक्रमण के खतरे में डाल रहे हैं।’ आयोग ने आगे कहा कि ‘उल्लंघन की स्थिति में आयोग जनसभाओं और रैलियों को बैन करने में हिचकेगा नहीं।’
पिछले महीनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और ममता बनर्जी, राहुल गांधी जैसे दूसरे कई विपक्षी नेताओं ने जमकर रैलियां और जनसभाएं की हैं। वहीं, कई त्योहारों और धार्मिक गतिविधियों के चलते भीड़ में संक्रमण का डर फैला है। इससे कोरोना के मामलों में और तेजी आई है।