पंकज चतुर्वेदी (लेखक देश के जाने माने स्तंभकार और विचारक हैं)
गांधी परिवार को चाहिए कि वे राजनीति और कांग्रेस दोनों छोड़ दें। क्यों कर रहे हो भाई?? बनना था तो बन जाते 2009 में पीएम। किसने रोका था?? बन जाते! जैसे तेजस्वी यादव पहली बार विधायक बनने के बाद ही बिहार का डिप्टी सीएम बन गया। अखिलेश पहले ही बार में यूपी के सीएम बन गए। पर नहीं। डिजर्व करने वाले व्यक्ति को पीएम बनाएंगे। पीएसी बनाके उदारवादी आर्थिक नीतियों को बैलेंस बनाएंगे। विपक्ष में रहोगे तो सीधे सीधे अंबानी का नाम लोगे। देश के सबसे ताकतवर आदमी की चोरी उजागर करोगे। आरएसएएस को नाम लेकर कोसोगे! न्याय की बात करोगे। क्यों??? एक तुम्हें ही पड़ी है?? पप्पू बनो तुम। गाली खाओ तुम। अपनी फैमिली के मेंबर की जान गंवाओ तुम। क्यो भला?? इतना तो कमा ही लिए होगे कि कहीं सेटल हो सको। जाओ। जियो अपनी लाइफ। फिर होली डे जैसी बेसिक चीज पर भी छुप के नहीं जाना पड़ेगा। और देश की चिंता मत करो भाई। देश देख लेगा अपना। हमको वाकई में घंटा फर्क नहीं पड़ता! हम एडजेस्ट कर लेंगे। एडजेस्ट करने में दुनिया में हमारी कोई सानी नहीं है। मुगलों से लेके अंग्रेजों तक के राज में एडजेस्ट किए कि नहीं?? सॉरी सब अभी तुम्हें ही बोल रहे होंगे। इसलिए मैं अभी कहना नहीं चाहता था। पर सचाई सुननी चाहिए तुम्हें। कड़वी है लेकिन सचाई है। सुनो!