नई दिल्ली। किसान संगठन अब केंद्र सराकर के खिलाफ एक बार फिर अपना आंदोलन तेज कर रहे हैं। इसी सिलसिले में संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बड़ा ऐलान किया है। इस ऐलान के मुताबिक 6 मार्च को केएमपी एक्सप्रेस-वे को किसान जाम करेंगे। बंगाल में 12 मार्च को किसानों की विशाल रैली होगी। इसके अलावा बंगाल समेत उन सभी राज्यों में संयुक्त किसान मोर्चा बीजेपी का विरोध करेगा जहां कुछ की समय बाद चुनाव होने हैं।
कुछ दिन पहले संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को दिल्ली पुलिस की ओर से नोटिस दिए गए थे। इस पर विभिन्न किसान संगठनों और उनके नेताओं की ओर से दिल्ली के पुलिस आयुक्त के नोटिसों का संयुक्त किसान मोर्चा ने जवाब भेजा था। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर की तरफ से किसान संगठनों और उनके नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजे गए थे।
संयुक्त किसान मोर्चा किसानों को संगठित करने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में मोर्चा ने गुरु रविदास जयंती और शहीद चंद्रशेखर आजाद के शहीदी दिवस पर ‘मजदूर किसान एकता’ दिवस मनाया था। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली की सभी सीमाओं पर मजदूर व मजदूर संगठनों ने इस आयोजन में भागीदारी की थी। देशभर के अनेक मजदूर संगठनों ने किसानों के संघर्ष को जरूरी ठहराते हुए इसे अपना समर्थन दिया था। मजदूर संगठनों ने दिए एक सयुंक्त बयान में किसानों के संघर्ष की हिमायत की व मजदूर किसान एकता दिवस को समर्थन दिया था।