@शब्द दूत ब्यूरो
नई दिल्ली। इस बार दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले में आयोजित होने वाले समारोह में कोरोना वायरस का साया रहेगा। केेन्द्रीय गृह मंत्रालय ने जो एडवाइजरी जारी की है उसके मुताबिक बहुत कम लोग इस समारोह में शिरकत कर पायेंगे। रोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। इसकी वजह से सभी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर लगी रोक के दिशानिर्देशों के मुताबिक लालकिले की प्राचीर से जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम संबोधन देंगे तब वहां कम ही मेहमान नजर आएंगे।
पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए कोविड-19 के मद्देनजर गृृह मंत्रालय ने जारी दिशा-निर्देशों में सभी सरकारी कार्यालयों, राज्यों, राज्यपालों आदि से कहा गया है कि वे सार्वजनिक आयोजन से बचें और समारोहों के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करें। इस बार बहुत कम मेहमानों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर न्योता दिया गया है। साथ ही स्कूली बच्चे भी नजर नहीं आएंगे।
लालकिले पर आयोजित स्वतंत्रता समारोह के दौरान जगह-जगह हैंड सैनिटाइजर रखे जाएंगे। सभी के लिए मास्क पहनकर आना जरूरी होगा। बैठने की अलग व्यवस्था होगी और दो गज की दूरी सुनिश्चित की जाएगी। समारोह में केंद्रीय मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा कोरोना योद्धाओं को भी न्योता दिया जा सकता है।
इस बार लालकिले से प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन में 15 अगस्त को ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’, कोरोना वैक्सीन, सीमा सुरक्षा और कोरोना की लड़ाई में स्वदेशी अभियान ने देश में उठाये गये कदमों की चर्चा हो सकती है।
मेहमानों के बीच बैठने की दूरी को बढ़ाया जाएगा। हर साल लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर लगभग एक हजार के करीब विशेष अतिथि बुलाए जाते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। इस साल संख्या को 250 के करीब ही रखा जाएगा। 15 अगस्त की दोपहर को राष्ट्रपति भवन में जो एट होम कार्यक्रम होता है उसमें भी कोविड नियमों का ध्यान रखा जाएगा।