@शब्द दूत ब्यूरो
कानपुर । पुलिसकर्मियों की विकास दुबे द्वारा हत्या के मामले में शक की सुई एक थानेदार की ओर इशारा कर रही है। चौबेपुर के इस थानेदार को आईजी रेंज कानपुर ने निलंबित करने का आदेश दिया है। साथ ही उससे एसटीएफ द्वारा भी पूछताछ भी की जा रही है। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को कड़े निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि अपराधी किसी भी स्थिति में बचेंगे।
बताया जाता है कि शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा को कुछ दिन पहले चौबेपुर में बड़े पैमाने पर जुआ खेले जाने की शिकायत मिली थी। जिस पर उन्होंने जांच की तो यह खुलकर सामने आया कि जुआ खिलवाने के एवज में बड़ी रकम थानेदार तक पहुंचती है। इस मामले को लेकर सी ओ और थानेदार विनय तिवारी के बीच अनबन रहने लगी। शक तब और गहरा गया जब दबिश देने जा रहे पुलिस बल के साथ गये विनय तिवारी पीछे पीछे रहे।
उससे पहले जब मोहनी नेवादा निवासी राहुल ने विकास दुबे के विरूद्ध हत्या के प्रयास की तहरीर दी तो एस ओ ने रिपोर्ट नहीं लिखी। तब इस मामले की रिपोर्ट सीओ ने दर्ज करवाई।
वहीं बताया जा रहा कि विकास दुबे के फोन में कई पुलिस वालों के नंबर हैं। उन सभी पुलिस कर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है। उधर विकास दुबे के पिता रामकुमार दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही विकास के सभी बैंक खाते सीज कर उसकी संपत्तियों की भी जांच की जा रही है।