कानपुर। कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में बदमाशों की फायरिंग से पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। जबकि एक एस ओ समेत छह गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में दबिश देने जैसे ही पुलिस पहुंची की कि बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।अचानक हुई इस फायरिंग में सीओ बिल्हौर (डीएसपी) समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। जबकि एसओ बिठूर समेत 6 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सभी घायल पुलिसकर्मियों को बेहद गंभीर हालत में कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि थाने में घुसकर राज्यमंत्री की हत्या करने वाले विकास दुबे नाम के बदमाश और उसके साथियों ने घर की छतों से दबिश देने गई पुलिस टीम पर गोलियां बरसाईं और जानलेवा हमले के बाद पुलिस के असलहे भी लूट ले गए। यह वही विकास दुबे है, जिसने थाने में घुसकर राज्यमंत्री की हत्या की थी।
उत्तरप्रदेश के पुलिस विभाग में जैसे ही उच्च अधिकारियों को इस घटना की खबर मिली तो तुरंत एडीजी कानपुर जोन, आईजी रेंज, एसएसपी कानपुर तमाम आलाधिकारी भारी पुलिस बल मौके पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गए हैं। वहीं दूसरी तरफ डीजीपी एचसी अवस्थी, एडीजी एलओ प्रशांत कुमार भी मौके पर पहुंचे हैं। इस घटना पर डीजीपी ने कहा है कि हत्या के प्रयास मामले में दबिश देने गई टीम पर पहले से ही घात लगाए बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस दौरान पुलिस टीम को संभलने का भी मौका नहीं मिल पाया। इस फायरिंग में एक सीओ, एक एसओ, एक चौकी इंचार्ज, 5 सिपाही शहीद हुए हैं। जबकि 4 सिपाही घायल हैं, जिनमें एक गंभीर है। शहीद पुलिसकर्मी देवेंद्र कुमार मिश्र, सीओ बिल्हौर, महेश यादव, एसओ शिवराजपुर, अनूप कुमार, चौकी इंचार्ज मंधना, नेबूलाल, सब इंस्पेक्टर शिवराज पुर, सुल्तान सिंह, कांस्टेबल थाना चौबेपुर, राहुल, कांस्टेबल बिठूर, जितेंद्र, कांस्टेबल बिठूर, बबलू, कांस्टेबल बिठूर हैैं ।
आरोपी विकास दुबे की गिरफ्तारी में यूपी एसटीएफ को भी लगाया गया है। साथ ही लखनऊ से एक फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी कानपुर पहुंची है। वहीं कानपुर देहात में एनकाउंटर के बाद जिले की सारी सीमाएं सील कर दी गई हैं। पूरे गांव को छावनी में तब्दील करके पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है।
राहुल तिवारी नामक व्यक्ति ने विकास के विरूद्ध 307 का मुकदमा दर्ज कराया है। जिसकी दबिश देने के लिए पुलिस टीम पहुंची थी। बदमाशों को पुलिस के आने की पहले ही भनक लग चुकी थी। पुलिस को रोकने के लिए बदमाशों ने जेसीबी तक लगा रखी थी। पुलिस टीम के पहुंचते ही बदमाशों ने छतों से पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। बता दें कि विकास दुबे पर साठ मुकदमे दर्ज हैं।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है साथ ही अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।