हैदराबाद। अब देवीदेवताओं को भी भारतीय नागरिकता की मांग उठने लगी है। चिलकुर बालाजी मंदिर हैदराबाद के मुख्य पुजारी सीएस रंगराजन ने हिंदू देवी-देवताओं के लिए सरकार से नागरिकता देने की मांग की है। सीएस रंगराजन ने केन्द्र सरकार से तिरुमाला में वेंकटेश्वर स्वामी, सबरीमाला में अयप्पा स्वामी जैसे सभी हिंदू देवताओं को सीएए की धारा 5 (4) के तहत नागरिकों के रूप में पंजीकृत करने की मांग की है।
पुजारी सीएस रंगराजन का कहना है कि, “सीएए कानून के तहत जब सभी शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सकती है, तो मंदिर के देवी-देवताओं को नागरिकता क्यों नहीं दी जा सकती है?” रंगराजन सभी नागरिकों को समानता का अधिकार (संविधान के अनुच्छेद 26) के तहत बात करते हुए बताया कि, ” भारत के धर्मनिरपेक्ष राज्य से हिंदू मंदिरों और धार्मिक संगठन को अब खतरा है। उन्होंने कहा कि सरकार संवैधानिक प्रावधानों और न्यायिक फैसलों के बावजूद हिंदू मंदिरों और धर्मार्थ संस्थाओं को नियंत्रित करना चाहती हैं। वहीं दूसरे धर्म स्थानों के प्रबंधन को नियंत्रण से बाहर किया गया है।