भीमताल(नैनीताल) – विकास भवन स्थित जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय में 13वें राष्ट्रीय सांख्यिकीय दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आधुनिक भारत के नियोजित विकास माॅडल के निर्माण में उच्च सांख्यिकीय प्रविधियों का उपयोग करने की दिशा दिखाने वाले प्रोफेसर पीसी महालनोबिस का भावपूर्ण स्मरण किया गया तथा महालनोबिस की फोटो पर डीएसटीओ एलएम जोशी द्वारा माल्यार्पण कर ’’सतत विकास लक्ष्य’’ विषय पर चर्चा-परिचर्चा कार्यक्रम शुरू किया।
जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी ललित मोहन जोशी ने कहा कि सामाजिक एवं आर्थिक नियोजन और नीति निर्धारण में प्रो0 प्रशांत चन्द्र महालनोबिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। युवा पीढ़ी को सांख्यिकीय के महत्व को समझना होगा तथा जागरूक रहकर देश के सामाजिक एवं आर्थिक नियोजन में अपना अमूल्य योगदान देना होगा। देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सामाजिक एवं आर्थिक रूप से मजबूत होना होगा। इसके साथ ही सांख्यिकीय दिवस के उपलक्ष्य में सतत विकास लक्ष्य के अन्तर्गत अपने विचार रखे तथा इस विषय की पृष्ठभूमि, भूमिका, अर्थशास्त्र में इसकी उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
अपर सांख्यिकीय अधिकारी कमल मेहरा ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य अन्तराष्ट्रीय विकास सम्बंधी लक्ष्य है जोकि संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2015-2030 तक की समयावधि निर्धारित की गयी है। सतत विकास लक्ष्यों में गरीबी एवं भुखमरी की समाप्ति के साथ ही स्वास्थ्य एवं जीवन स्तर सहित कुल 17 लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने कहा कि देश के सतत विकास हेतु सभी निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करना होगा।
इस अवसर पर अपर सांख्यिकीय अधिकारी भूपेन्द्र सिंह राणा, हरिशंकर मिश्रा, काट्रोग्राफिक असिस्टेण्ट बीरेन्द्र प्रसाद साह, प्रशासनिक अधिकारी दीपक मैनाली, वरिष्ठ सहायक कुमारी कुल्सुम परवीन, कनिष्ठ सहायक दीपक खुल्बे ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
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