शब्द दूत ब्यूरो
मथुरा । दबंगई से परेशान दंपत्ति की शिकायत जब पुलिस ने नहीं सुनी तो उन्होंने कोतवाली परिसर में पुलिस के सामने ही आग लगा ली। अचानक हुये इस घटनाक्रम से पुलिस के हाथ पांव फूल गये। आनन-फानन में दोनों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया और तत्काल ही एक आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया। घटना मथुरा जिले में के सुरीर कोतवाली क्षेत्र की है। एक स्थानीय दंपति ने अपने मकान पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा किए जाने से परेशान था और इसकी शिकायत पुलिस में कई बार कर चुका था। लेकिन पुलिस की ओर से कोई सुनवाई न किए जाने से क्षुब्ध हो कर सुरीर कोतवाली परिसर में अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में खुद पर केरोसिन छिड़क कर आग लगा ली।घटना की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मिलने पर उन्होंने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
पीड़ित व्यक्ति जोगेंद्र भट्टे पर मजदूरी करता है। जोगेंद्र और उसकी पत्नी चंद्रवती ने बताया कि कुछ दिन पहले पड़ोस में रहने वाले बबलू, सुम्मो, सतपाल और थानसिंह ने उनके मकान पर कब्जा कर लिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बारे में पुलिस से गुहार लगाई लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली।

इस संबंध में एसएसपी शलभ माथुर ने बताया, “पीड़ित दंपति ने जिस पुलिस उप निरीक्षक दीपक नागर पर उनकी सुनवाई न किए जाने का आरोप लगाया है, उसे तुरंत निलंबित कर दिया गया है तथा उसकी जांच कराई जाएगी।” दंपति ने बताया कि पुलिस में शिकायत करने पर कब्जाधारी उनसे रोजाना मारपीट करते थे व जान से मार देने की धमकी देते थे।
पुलिस अधीक्षक माथुर ने कहा कि परेशान होकर पीड़ित दंपत्ति ने ये आत्मघाती कदम उठाया। उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि दंपति ने गत 23 अगस्त को नामजद शिकायत की थी व इस मामले में पीड़ित दंपति का डाक्टरी मुआयना भी कराया गया था।इसके बावजूद जानकारी होने तथा तथ्य उपलब्ध होने के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं की गई इस पर भी जांच होगी। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है।
उधर गंभीर रूप से जल चुके पति-पत्नी को जिला अस्पताल से नयति मेडिसिटी मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है और यदि जरूरत पड़ी तो उससे भी बेहतर अस्पताल में उनका इलाज कराया जाएगा।
दंपती द्वारा थाने में आग लगाने के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है। डीजीपी से इस मामले की रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री ने दोषी पुलिस वालों पर तत्काल कारवाई के आदेश दिए हैं। आईजी ए सतीश गणेश ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया है।