म्यांमार में एक बड़े घटनाक्रम के तहत सेना ने तख्तापलट कर कई शीर्ष नेताओं तथा सत्तासीन वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिये गये प्रमुख लोगों में म्यामांर की सबसे बड़ी नेता आंग सान सू की, राष्ट्रपति और सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इस बात की पुष्टि हुई है कि सेना तख्तापलट कर दिया है। म्यामांर के टेलीविजन के मुताबिक, सेना ने फिलहाल एक साल के लिए देश के शासन पर नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। दरअसल पिछले काफी समय से सरकार और शक्तिशाली सेना के बीच तनाव बढ़ रहा था। सत्ता पलट इसी तनाव की परिणिति बताई जा रही है।
सेना ने आंग सान सू की को हाउस अरेस्ट के तहत हिरासत में ले लिया है। इतना ही नहीं, म्यांमार की राजधानी नेपॉटाा में संचार के सभी माध्यमों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। फोन और इंटरनेट सर्विस को निलंबिद कर दिया गया है और आंग सान सू की की पार्टी नेशनल लीग डेमोक्रेसी पार्टी तक एक्सेस को भी खत्म कर दिया गया है।
पिछलेबवर्ष आठ नवंबर को हुये आम चुनाव में भारी धांधली के आरोपों के बाद से म्यांमार में सेना व सरकार के बीच तनाव बढ़ रहा था। म्यामांर में पिछले पचास सालों तक सेना का कब्जा रहा था। हालांकि तब से देश में म्यांमार में तख्तापलट की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन बाद में म्यांमार की सेना तत्पदौ ने बयान जारी कर कहा था कि उसके कमांडर इन चीफ सीनियर जनरल मिन आंग लाइंग के बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है।