@शब्द दूत ब्यूरो
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पिछले राज्य बजट दिशाविहीन थे। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा, ‘समाजवादी पार्टी के बजट कभी भी कल्याणकारी नहीं थे। पार्टी का विकास और दूरदर्शिता का कोई एजेंडा नहीं था।’ उन्होंने कहा कि यह कारण था कि समाज के सभी वर्ग इस पार्टी से नाराज रहे और उन्होंने अपनी भावना वोटिंग के दौरान व्यक्त की।
योगी ने विधानसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए दावा किया, ”पिछले चार वर्षों के दौरान प्रदेश में जो काम किए गए, वे पिछले अनेक वर्षों में नहीं हो पाए। पिछली सरकारों में स्वयं के लिए और परिवार के लिए योजनाएं बनती थी। वे उस सोच से बाहर नहीं निकल पाए इसीलिये वे बजट का दायरा नहीं बढ़ा पाए।”
मुख्यमंत्री योगी ने राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिये पेश बजट का विरोध करने वाले सपा और विपक्ष के नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”आप ऐसा बजट चाहते थे जो सपा की सरकार के कार्यकाल में होता था। भारतीय परिप्रेक्ष्य में सपा सरकार का कोई ऐसा दृष्टिकोण नहीं होता था जो सर्व समावेशी, सर्व कल्याणकारी हो और प्रदेश के विकास को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाने वाला हो।” उन्होंने कहा, ”वह भाव ना होने के कारण मुझे लगता है कि आप की पार्टी केवल चार्वाक के सिद्धांत पर विश्वास करती थी। यानी तात्कालिक रूप से चीजें मिल जाएं। उसमें ना तो प्रदेश की भावनाएं होती थीं, ना विकास का कोई एजेंडा होता था और ना ही कोई दूरगामी दृष्टिकोण होता था। इसी वजह से हरेक तबका नाराज होता था और जनता ने चुनाव में पार्टी को इसका जवाब दे दिया है।”