@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने कहा कि भारत में पत्रकारों और कार्टूनिस्टों को निशाना बनाया जा रहा है, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों और अभिव्यक्ति की आजादी और साइबर स्पेस में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने के वैश्विक रुख के विपरीत है। पत्रकारों की संस्था ने आगे कहा कि जब उनके विचार प्रतिष्ठान के लिए आलोचनात्मक होते हैं तो सरकार स्वयं इन पेशेवरों पर दबाव डालती है।
एडिटर्स गिल्ड ने कहा, ‘सरकार की आलोचना करने वाले पत्रकारों और कार्टूनिस्टों को सोशल मीडिया पर निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि सरकार द्वारा इन प्लेटफार्मों पर ऐसे महत्वपूर्ण पत्रकारों को हटाने के लिए दबाव डाला जा रहा है कि वे देश के कानून का उल्लंघन कर रहे हैं।’
गिल्ड ने कहा, ‘यह सब उन प्रतिबद्धताओं के विपरीत है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन में लोकतंत्र, खुलेपन और सत्तावाद के खिलाफ की थी।’