@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
दुर्लभ बीमारी से ग्रसित हैदराबाद के तीन साल के मासूम को उसकी जान बचाने के लिए जरूरी 16 करोड़ रुपये का टीका आखिरकार लग गया। बच्चा न्यूरोमस्कुलर डिजीज स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से ग्रस्त था। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को जिंदा रखने के लिए दुनिया का सबसे महंगा इंजेक्शन जोलोजेनेस्मा खरीदने की जरूरत पड़ती है और इसकी कीमत 16 करोड़ रुपये है।
अयांश के घर वाले अपने बलबूते इतनी बड़ी रकम नहीं जुटा सकते थे, लेकिन अयांश को नया जीवन देने के लिए ऑनलाइन मुहिम शुरू हुई और देखते ही देखते हजारों लोग इससे जुड़ गए और इस जेनेटिक बीमारी से पीड़ित बच्चे को नई जिंदगी देने के लिए 16 करोड़ रुपये जुटा लिए गए।
हैदराबाद के रेनबो हॉस्पिटल में अयांश को सबसे महंगी दवा जोलजेनस्मा का डोज दिया गया। इस मुहिम में 62,450 लोगों ने योगदान दिया और 14.84 करोड़ रुपये इस क्राउड फंडिंग के जरिये जुटाए गए।