@शब्द दूत ब्यूरो
देहरादून । क्या कर्नल अजय कोठियाल उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा हैं? उनके आज पार्टी में शामिल होने पर आप के केंद्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के संबोधन कि कर्नल अजय कोठियाल के नेतृत्व में उत्तराखंड से भ्रष्टाचार का समापन होगा, से यहां राजनीतिक गलियारों में यही संदेश निकल रहा है।
आज देहरादून में उत्तराखंड नवनिर्माण के तहत आम आदमी पार्टी ने जहाँ एक ओर सैन्य पृष्ठभूमि के कर्नल अजय कोठियाल को पार्टी में शामिल किया वहीं दूसरी ओर आप के केंद्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा और कांग्रेस दोनों को उत्तराखंड की जनता से लूट करने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला किया।
हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में कर्नल अजय कोठियाल को आम आदमी पार्टी में शामिल करने के कार्यक्रम को एक मेगा इवेंट के रूप में बनाते हुए भाजपा और कांग्रेस खेमे में बेचैनी पैदा की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस मौके पर संबोधन से ही यह जाहिर हो गया कि कर्नल अजय कोठियाल का आम आदमी पार्टी में शामिल होना अपने आप में यहाँ पार्टी को एक बड़ा चेहरा मिल गया है।
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस और भाजपा के बीच उत्तराखंड को आपसी जुगलबंदी के आधार पर लूटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में अकूत संपदा है। इसमें प्राकृतिक वन संपदा, यहाँ का पानी, तीर्थाटन जैसे बहुमूल्य संसाधनों के बावजूद यहाँ से पलायन होना दुखद है। बेरोजगारी के मामले में देश में नंबर एक पर है।
केजरीवाल ने कहा कि कर्नल अजय कोठियाल जैसा देशभक्त और ईमानदार नेतृत्व उत्तराखंड से भ्रष्टाचार का नाश करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को देश की आध्यात्मिक राजधानी बनाया जायेगा।
कहा कि उत्तराखंड की जनता को 20 सालों में पलायन, बदहाल स्कूल, बेरोजगारी, दम तोड़ चुका स्वास्थ्य सिस्टम मिला। आज भी गर्भवती महिलाएं सड़कों, वाहनों में प्रसव को मजबूर हैं। जो सपना राज्य के लोगों ने देखा था, उसे दोनों दलों ने बार बार तोड़ा है। दोनों दलों का 20 साल का लूट का इतिहास रहा है। केजरीवाल ने कहा कि उत्तराखंड के हर घर का एक सदस्य दिल्ली रहता है। उनसे पूछिए कि दिल्ली विकास का मॉडल क्या है। स्कूल, अस्पताल कैसे हैं। आज पूरा देश दिल्ली मॉडल की बात करता है। पर्वत पुत्र कर्नल अजय कोठियाल के आप में आने से मिशन उत्तराखंड नवर्निर्माण शुरू हो गया है। अब यहां के गांव नहीं उजड़ेंगे। उत्तराखंड में पर्यटन, तीर्थाटन, जल संपदा, वन संपदा सब कुछ है।