@शब्द दूत ब्यूरो
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय द्वारा अपनी वेबसाइट पर लद्दाख में चीनी अतिक्रमण पर एक दस्तावेज अपलोड किए जाने और उसे कुछ देर बाद तुरंत हटा लिए जाने पर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को घेरा है। वेबसाइट के मुताबिक, लद्दाख के कई इलाकों में चीनी सेना के अतिक्रमण की घटनाएं बढ़ी है। हालांकि, बाद में रक्षा मंत्रालय ने चीन के अतिक्रमण को कुबूलने वाले इस दस्तावेज को हटा लिया।
मंत्रालय की ओर से दस्तावेज हटाने को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा- “चीन के खिलाफ खड़े होने की बात तो भूल जाइए, भारत के प्रधानमंत्री के पास नाम लेने तक का साहस नहीं है। चीन के हमारे क्षेत्र में होने की बात से इनकार करने और वेबसाइट से दस्तावेजों को हटाने से तथ्य नहीं बदलेंगे।”
मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर “एलएसी पर चीनी अतिक्रमण” शीर्षक से डाले गए एक दस्तावेज में कहा था, “पांच मई मई से चीन लगातार एलएसी पर अपना अतिक्रमण बढ़ाता जा रहा है, खासतौर से गलवान घाटी में। चीन ने 17 से 18 मई के बीच लद्दाख में कुंगरांग नाला, गोगरा और पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी किनारे पर अतिक्रमण किया है।”
दस्तावेज में कहा गया है कि 5 मई के बाद से चीन का यह आक्रामक रूप वास्तविक नियंत्रण रेखा पर नजर आ रहा है। 5 और 6 मई को ही पैंगोंग त्सो भारत और चीन की सेना के बीच में झड़प हुई थी। इस दस्तावेज को लेकर भी राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने सवाल करते हुए कहा था कि “प्रधानमंत्री झूठ क्यों बोल रहे हैं।”