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काशीपुर : सीएए के विरोध में हुई विशाल बैठक, शहर में सुरक्षा बल तैनात

मनोज श्रीवास्तव 

काशीपुर। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) व सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (सीए ए ) के विरोध में आज कर्बला मैदान पर सैकड़ों की तादात में एकत्रित लोगों ने इसे काला कानून बताते महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी सुंदरलाल तोमर को सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि एनआरसी व सी ए ए भारत की 130 करोड़ जनता की भावना के विरुद्ध है। कहा कि पाकिस्तान बांग्लादेश व अफ़गानिस्तान के लगभग तीन करोड़ लोग इस कानून का लाभ उठाकर भारतीय नागरिक बन सकते हैं।  वक्ताओं ने कहा कि आर्थिक संकट से गुजर रहे मुल्क में उनके लिए शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार तथा आवासीय भूमि की व्यवस्था करना हर भारतीय पर अतिरिक्त आर्थिक व सामाजिक बोझ बन जाएगा। जबकि पहले से ही भारत की 65% जनता बेरोजगारी व आर्थिक संकट में डूबी हुई है इसलिए यह कानून देश हित में नहीं है। बताया कि अभी गया कि इस कानून के द्वारा भाजपा सरकार की मंशा भारतीय मुस्लिम समाज को मुख्यधारा से अलग-थलग करना है। इस कानून से समाज में धार्मिक आधार पर भेदभाव उत्पन्न होता है जो कि देश की एकता व अखंडता के लिए खतरनाक है। आगे कहा कि इस कानून के लागू किए जाने से भारतीय नागरिक को अपने सभी जरूरी कामकाज छोड़कर नागरिकता साबित करने के लिए बेहद मुश्किल भरी भागदौड़ करनी होगी जिससे देश में नोटबंदी जैसे विकट हालात उत्पन्न हो जाएंगे।

नगर में तैनात पुलिस बल

मौजूदा भाजपा सरकार की कथनी और करनी में हमेशा अंतर रहा है तथा उनके वक्तव्य एवं कार्यकलाप कहीं न कहीं एक वर्ग विशेष के लिए विरोधी रहा है इस कानून के पीछे भी उसकी मंशा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान को परिवर्तित करने की दिशा में पहला कदम प्रतीत होता है जिसके चलते यह गौरव वर्कर की परिकल्पना मनुवाद को स्थापित करना चाहती है जिससे भारत के मासूम मुस्लिम आदिवासी व दलित समाज का उत्पीड़न होने की संभावना है।

विरोध प्रदर्शन करने वालों में दलित समाज भीम आर्मी के पदाधिकारियों के अलावा शेख अब्दुल अजीज कुरैशी पूर्व चेयरमैन शमसुद्दीन रिजवान ऐसन जुबेर सिद्दीकी मुशर्रफ हुसैन हसीन खान सफीक अंसारी हसन नूरी अशरफ सिद्दीकी डॉक्टर m.a. राहुल नसीम पहलवान हाजी काबुल अब्दुल कादिर सादिक हुसैन फिरोज हुसैन डॉक्टर माजिद नौशाद हुसैन आरिफ नसीम अंसारी इसरार खान अफसर अली शाह आलम कबीर मलिक वसीम अकरम कासिम चौधरी शहजाद राय अकरम भेद इकराम अहमद आसीन अरशद मंसूरी कादिर हुसैन असीम कसार अजीम खान मोहम्मद जावेद अजमत खान मेहर उद्दीन हाजी वसीम मदनी तथा मोहम्मद राहिल नदीम समेत बड़ी तादाद में लोग शामिल रहे।

केंद्र सरकार द्वारा सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल (कैब) पास किए जाने के बाद समूचे देश के साथ-साथ यहां भी भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने समूचे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया। शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर दंगा नियंत्रण की एक गाड़ी के अलावा चार एस ओ/एस एच ओ 10 दरोगा 30 एचसीपी 30 कांस्टेबल 10 महिला कांस्टेबल के अलावा कयू आर टी की दो टीमें फायर यूनिट 5 प्लानट्यून पीएसी के जवान तैनात किए गए। इसके अलावा सादी वर्दी में स्पेशल इंटेलिजेंस तथा लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के जवान भी महत्वपूर्ण स्थानों पर मुस्तैद नजर आए। सड़कों पर फोर्स की टुकड़िया लगातार गश्त करती रही यही कारण है कि बाजार मैं अपराहन तक अर्थ बंदी जैसा माहौल रहा।

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